
पूर्वी चंपारण,04 अगस्त(हि.स.)। जिले के हरसिद्धि स्थित स्पंदना स्फूर्ति बैंक में हुए आठ लाख के लूटकांड का पुलिस ने खुलासा किया है। लूट में शामिल एक बैंक कर्मी सहित दो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसके पास से लूट का एक लाख पांच हजार रुपए,विभिन्न लूट में प्रयुक्त दो बाइक,एक देशी कट्टा व एक कारतूस बरामद किया गया है।
इस संबंध में रविवार को एसपी कांतेश मिश्रा ने पत्रकारो को बताया कि पकड़े अपराधियो से पूछताछ में स्पंदना सहित अन्य फाइनेंस कंपनी में हुए कुल 14 लूट के मामले का उद्भेदन हुआ है। इसी गिरोह ने पूर्वी चंपारण के सुगौली,चिरैया व हरसिद्धि में कुल चार लूट की घटना को अंजाम दिया गया।इसके साथ ही इनलोगो ने ही बेतिया व बगहा में 5-5 लूट की घटना को अंजाम दिया गया है।उन्होने बताया कि बीते 10 जुलाई को हरसिद्धि थाना क्षेत्र में एक निजी बैंक में हथियार बंद अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। जिसके बाद कांड का खुलासा करने के लिए अरेराज डीएसपी रंजन कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। इस दौरान तकनीकी अनुसंधान में बैंक का फील्ड ऑफिसर अप्पू यादव की इस लूट कांड में संलिप्तता सामने आई। जिसके बाद उससे गहन पूछताछ की गई,तो पता चला कि वह लूट की साजिश में शामिल था,और उसके द्धारा कैश की उपलब्धता की सूचना देने पर ही अवनीश राज व अन्य अपराधी लूट की घटना को अंजाम दिये।
उन्होने बताया कि अप्पू खुद घटना वाली रात बैंक में रुक गया।जिस वक्त लूट हुई थी, उस वक्त अप्पू बैंक में ही था। उसके निशानदेही पर पुलिस ने छापेमारी कर लूटेरे अवनीश राज को बगहा से गिरफ्तार किया है। जिसने कई कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है।एसपी श्री मिश्र ने बताया कि लूट की सभी घटनाओ में एक और बैक कर्मी शामिल है,जिसका नाम गोपनीय रख उसके विरूद्ध छापेमारी की जा रही है।
उन्होने बताया कि लूटेरा गैंग का मास्टर माइंड अवनीश राज ने पूछताछ में बताया कि बैंक को लूटने के पूर्व उसका रेकी करता है।जबकि बैककर्मी अप्पू यादव से बैक में कैश की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त करता है।
एसपी कांतेश मिश्रा ने बताया कि इस कांड के उद्भेदन से ऐसे गिरोह का खुलासा हुआ है,जो घुम-घुम कर फाइनेंस कंपनी और बैको को निशाना बना रहे थे।इसके उद्भेदन में शामिल सभी को पुरस्कृत किया जाएगा। छापेमारी टीम ने डीएसपी रंजन कुमार के अलावा इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार गुप्ता, थानाध्यक्ष निर्भय कुमार राय, एसआई रवि रंजन, अनिल कुमार, अनुज पांडे सहित डीआईओ के अधिकारी शामिल थे।
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