अध्याय 1 (धारा 1-5)
प्रारम्भिक
अध्याय 2 :(धारा 6-25 क)
दण्ड न्यायालयों और कार्यालयों का गठन
अध्याय 3(धारा 26-35)
न्यायालयों की शक्ति
अध्याय 4(धारा 36 )
क – वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की शक्तिया
अध्याय 4 ख(धारा 37-40)
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की शक्तियाँ
अध्याय 5: (धारा 41-60 क)
व्यक्तियों की गिरफ्तारी
अध्याय 6 :(धारा 61-90)
हाजिर होने को विवश करने के लिए आदेशिकाएँ
क – समन
अध्याय 7:(धारा 91-105 )
चीजें पेश करने को विवश करने के लिए आदेशिकाएँ।
अध्याय 7 क :(धारा 105 क -105 ठ)
कुछ मामलों में सहायता के लिये व्यतिकारी व्यवस्था तथा संपत्ति की कुर्की और समपहरण के लिए प्रक्रिया
अध्याय 8 :(धारा 106-124)
परिशांति कायम रखने के लिए और सदाचार के लिए प्रतिभूति
अध्याय 9(धारा 125-128)
पत्नी, सन्तान और माता-पिता के भरणपोषण के लिए आदेश
अध्याय 10 :(धारा 129-148)
लोक व्यवस्था और प्रशांति बनाए रखना
अध्याय 11:(धारा 149-153)
पुलिस का निवारक कार्य
अध्याय 12 :(धारा 154-176)
पुलिस को इत्तिला और उनकी अन्वेषण करने की शक्तियाँ
अध्याय 13 :(धारा 177-189)
जांचों और विचारणों में दण्ड न्यायालयों की अधिकारिता
अध्याय 14:(धारा 190-199)
कार्यवाहियाँ शुरू करने के लिये अपेक्षित शर्ते
अध्याय 15:(धारा 200-203)
मजिस्ट्रेटों से परिवाद
अध्याय 16 :(धारा 204-210)
मजिस्ट्रेट के समक्ष कार्यवाही का प्रारंभ किया जाना
अध्याय 17:(धारा 211-224)
आरोप
अध्याय 18 :(धारा 225-237)
सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण
अध्याय 19 :(धारा 238-250)
मजिस्ट्रेटों द्वारा वारण्ट-मामलों का विचारण
अध्याय 20 (251-259)
मजिस्ट्रेट द्वारा समन-मामलों का विचारण
अध्याय 21:(धारा 260-265)
संक्षिप्त विचारण
अध्याय 21-क(धारा 265 क-265 ठ)
सौदा अभिवाक्
अध्याय 22:(धारा 266-271)
कारागारों में परिरुद्ध या निरुद्ध व्यक्तियों की हाजरी
अध्याय 23:(धारा 272-299)
जांचों और विचारणों में साक्ष्य
अध्याय 24 :(धारा 300-327)
जांचों तथा विचारणों के बारे में साधारण उपबंध
अध्याय 25:(धारा 328-339)
विकृतचित्त अभियुक्त व्यक्तियों के बारे में उपबंध
अध्याय 26:(धारा 340-352)
न्याय-प्रशासन पर प्रभाव डालने वाले अपराधों के बारे में उपबंध
अध्याय 27:(धारा 353-365 )
निर्णय
अध्याय 28:(366-371)
मृत्यु दण्डादेशों की पुष्टि के लिए प्रस्तुत किया जाना
अध्याय 29:(धारा 372-394)
अपीलें
अध्याय 30 :(धारा 395-405)
निर्देश और पुनरीक्षण
अध्याय 31:(धारा 406-412)
आपराधिक मामलों का अन्तरण
अध्याय 32:(413-435)
दण्डादेशों का निष्पादन, निलंबन, परिहार और लघुकरण
अध्याय 33 :(धारा 436-450)
जमानत और बंधपत्रों के बारे में उपबंध
अध्याय 34:(धारा 451-459)
संपत्ति का व्ययन
अध्याय 35:(धारा 460-466)
अनियमित कार्यवाहियाँ
अध्याय 36:(धारा 467-473)
कुछ अपराधों का संज्ञान करने के लिए परिसीमा
अध्याय 37:(धारा 474-484)
प्रकीर्ण
THE FIRST SCHEDULE CLASSIFICATION OF OFFENCES