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413. धारा 368 के अधीन दिए गए आदेश का निष्पादन --
414. उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए मृत्यु दण्डादेश का निष्पादन --
415. उच्चतम न्यायालय को अपील की दशा में मृत्यु दण्डादेश के निष्पादन का मुल्तवी किया जाना --
416. गर्भवती स्त्री को मृत्यु दण्ड का मुल्तवी किया जाना --
417. कारावास का स्थान नियत करने की शक्ति--
418. कारावास के दण्डादेश का निष्पादन --
419. निष्पादन के लिए वारण्ट का निदेशन -
420. वारण्ट किसको सौंपा जाएगा -
421. जुर्माना उद्गृहीत करने के लिए वारण्ट --
422. ऐसे वारण्ट का प्रभाव --
423. जुर्माने के उद्ग्रहण के लिए किसी ऐसे राज्यक्षेत्र के न्यायालय द्वारा जिस पर इस संहिता का विस्तार नहीं है, जारी किया गया वारण्ट --
424. कारावास के दण्डादेश के निष्पादन का निलंबन --
425. वारण्ट कौन जारी कर सकेगा --
426. निकल भागे सिद्धदोष पर दण्डादेश कब प्रभावशील होगा --
427. ऐसे अपराधी को दण्डादेश जो अन्य अपराध के लिए पहले से दण्डादिष्ट है --
428. अभियुक्त द्वारा भोगी गई निरोध की अवधि का कारावास के दण्डादेश के विरुद्ध मुजरा किया जाना --
429. व्यावृत्ति --
430. दण्डादेश के निष्पादन पर वारण्ट का लौटाया जाना --
431. जिस धन का संदाय करने का आदेश दिया गया है उसका जुर्माने के रूप में वसूल किया जा सकना --
432. दण्डादेशों का निलम्बन या परिहार करने की शक्ति -- 432. दण्डादेशों का निलम्बन या परिहार करने की शक्ति --
433. दण्डादेश के लघुकरण की शक्ति --
433 क. कुछ मामलों में छूट या लघुकरण की शक्तियों पर निर्बन्धन --
434. मृत्यु दण्डादेशों की दशा में केन्द्रीय सरकार की समवर्ती शक्ति -- धारा 432 और 433 द्वारा राज्य सरकार को प्रदत्त शक्तियाँ मृत्यु दण्डादेशों की दशा में केन्द्रीय सरकार द्वारा भी प्रयुक्त की जा सकती हैं।
435. कुछ मामलों में राज्य सरकार का केन्द्रीय सरकार से परामर्श करने के पश्चात् कार्य करना --