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328. अभियुक्त के पागल होने की दशा में प्रक्रिया --
329. न्यायालय के समक्ष विचारित व्यक्ति के विकृतचित्त होने की दशा में प्रक्रिया --
330. अन्वेषण या विचारण के लम्बन के दौरान विकृत्त चित्त के व्यक्ति को छोड़ा जाना --
331. जांच या विचारण को पुनः चालू करना --
332. मजिस्ट्रेट या न्यायालय के समक्ष अभियुक्त के हाजिर होने पर प्रक्रिया -- 
333. जब यह प्रतीत हो कि अभियुक्त स्वस्थचित्त रहा है --
334. चित्त-विकृति के आधार पर दोष-मुक्ति का निर्णय --
335. ऐसे आधार पर दोषमुक्त किए गए व्यक्ति का सुरक्षित अभिरक्षा में निरुद्ध किया जाना --
336. भारसाधक अधिकारी को कृत्यों का निर्वहन करने के लिए सशक्त करने की राज्य सरकार की शक्ति -
337 - जहाँ यह रिपोर्ट की जाती है कि पागल बंदी अपनी प्रतिरक्षा करने में समर्थ है वहाँ प्रक्रिया --
338. जहाँ निरुद्ध पागल छोड़े जाने के योग्य घोषित कर दिया जाता है, वहाँ प्रक्रिया --
339. नातेदार या मित्र की देख-रेख के लिए पागल का सौंपा जाना --